कम नींद के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं
हर दिन की अच्छी शुरुआत एक सुकूनभरी नींद से होती है। नींद सिर्फ शरीर को आराम देने का तरीका नहीं, बल्कि यह शरीर, मस्तिष्क और आत्मा — तीनों के लिए एक प्राकृतिक इलाज है। लेकिन जब हम इस ज़रूरत को नजरअंदाज़ करते हैं, तो यह धीरे-धीरे हमारे स्वास्थ्य को भीतर से खोखला करने लगती है।
तो आइए जानते हैं — अगर आप रोज़ाना पूरी नींद नहीं लेते हैं, तो आपके शरीर और मन पर क्या-क्या दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं।
याददाश्त पर असर – भूलने की आदत बढ़ जाती है
नींद हमारे मस्तिष्क को दिनभर की सूचनाओं को व्यवस्थित करने का समय देती है। जब आप कम नींद लेते हैं, तो दिमाग ठीक से रिस्टोर नहीं हो पाता, जिससे याददाश्त कमजोर होने लगती है। आप छोटी-छोटी बातें भूलने लगते हैं, ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते।
मूड स्विंग्स – मन की स्थिरता पर संकट
पूरी नींद नहीं लेने से मस्तिष्क थका हुआ और अस्थिर रहता है। परिणामस्वरूप आप चिड़चिड़े हो सकते हैं, बात-बात पर गुस्सा आ सकता है और मानसिक तनाव हावी हो सकता है। मूड में अचानक बदलाव होना, बिना बात के उदासी महसूस करना — ये सब संकेत हैं कि आपकी नींद अधूरी है।
कमजोर इम्यून सिस्टम – बार-बार बीमार पड़ना
हमारे शरीर की सुरक्षा कवच – इम्यून सिस्टम – नींद की कमी से कमजोर हो जाता है। इसका सीधा असर यह होता है कि शरीर सामान्य मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी, बुखार से लड़ने में अक्षम हो जाता है।
डायबिटीज का खतरा – ब्लड शुगर अनियंत्रित
नींद की कमी से शरीर का इंसुलिन कंट्रोल प्रभावित होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। शोध बताते हैं कि नींद न पूरी करने वाले लोगों में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा अधिक होता है।
थकावट और चक्कर – ऊर्जा में भारी गिरावट
अगर आप खुद को दिनभर थका-थका, सुस्त या चक्कर महसूस करते हैं, तो इसका कारण अधूरी नींद हो सकता है। आपके शरीर की ऊर्जा स्टोर रात में ही रिचार्ज होती है — नींद पूरी न हो तो आप हर काम में जल्दी थक जाएंगे।
चेहरे की चमक खत्म – सुंदरता पर असर
आपकी नींद आपकी त्वचा को भी पोषण देती है। अगर नींद पूरी न हो तो चेहरे की रौनक चली जाती है, आंखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते हैं और चेहरा थका हुआ और बुझा-बुझा सा लगने लगता है।
क्या करें?
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हर दिन 7–8 घंटे की नींद को प्राथमिकता दें
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सोने से पहले मोबाइल/टीवी से दूरी बनाएं
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सोने का एक नियमित समय तय करें
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कैफीन और भारी भोजन रात में टालें
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शांत, अंधेरे और ठंडे कमरे में सोने की आदत डालें